मुख्यमंत्री शुक्रवार को शहीद स्मारक में हो रहे कर्यक्रम में पहुंचे और शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने खटीमा, मसूरी, और मुजफ्फरनगर कांड की घटना याद करते हुए कहा की ये केवल घटनाएं नहीं रक्त अध्याय है, जो हमेशा याद रहेंगी।
मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि शहीद राज्य आंदोलनकारियों के नाम पर उनके क्षेत्र की प्रमुख स्थापनाओं और सरकारी सुविधाओं का नामकरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए वीरों के परिजनों की मासिक पेंशन तीन हजार से बढ़ा कर 5500 की जा रही है। जो आंदोलनकारी जेल में रहे या घायल हुए थे उनकी पेंशन 6 हजार से 7 हजार रूपये प्रति माह कर दी गई है। साथ ही सक्रिय आंदोलनकारियो की पेंशन 4500 से 5500 कर दी गई है। इसके अलावा विकलांग आंदोलनकारियों की पेंशन 20,000 से बढ़ाकर 30,000 रूपए प्रति माह की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के लिए परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा की पहले से ही लागू है और आगे भी सरकार उनके सम्मान के लिए नई योजनाएं जारी रखेंगी।
दिनांक – 08.11.2025

